जयपुर न्यूज डेस्क: पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान में शीतलहर का असर बढ़ गया है। पिछले दस दिनों में तीन अलग-अलग पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए, जिसके चलते पूरे राज्य का मौसम मानसून जैसा हो गया है। लगातार बारिश और कोहरे ने लोगों को परेशान किया है, और कुछ जिलों में ओलावृष्टि भी हुई। मकर संक्रांति के दिन थोड़ी राहत के लिए तेज धूप निकली, लेकिन यह राहत कुछ घंटों में ही खत्म हो गई। पिछले दिनभर प्रदेश भर का मौसम ठंडा रहा और जयपुर समेत कई शहरों में बारिश हुई।
राज्य के विभिन्न जिलों में सर्दी को देखते हुए जिला कलेक्टरों ने बच्चों की छुट्टियां बढ़ा दी हैं। कोटा में 5वीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टी 18 जनवरी तक बढ़ा दी गई है। वहीं, चित्तौड़गढ़ में 8वीं तक के बच्चों के लिए 16 और 17 जनवरी को छुट्टी घोषित की गई है। डीग जिले में भी 8वीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टियां 18 जनवरी तक बढ़ाई गई हैं। यह निर्णय मौसम के खराब प्रभाव को देखते हुए लिया गया।
मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनी के अनुसार, 16 जनवरी को राजस्थान के 10 जिलों में बारिश होने की संभावना जताई गई है। जिन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, उनमें अलवर, जयपुर, दौसा, धौलपुर, बूंदी, टोंक, भरतपुर, सवाई माधोपुर और करौली शामिल हैं। इसके अलावा, प्रदेश के 29 जिलों में घना कोहरा छाने का भी अलर्ट है, जिससे पूरे राज्य में सर्दी और बढ़ने की संभावना है। अगले दिन यानी 17 जनवरी को भी कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है।
बारिश और शीतलहर के कारण सर्दी का असर बढ़ गया है, और तापमान में गिरावट देखने को मिली है। कल के तापमान में 6.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई, जो अजमेर में सबसे अधिक रही। जयपुर में 6.2, भीलवाड़ा में 6.1, कोटा में 5.1 और चित्तौड़गढ़ में 4.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। प्रदेशभर में सबसे कम तापमान हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सीकर, पिलानी, झुंझुनूं, चूरू, दौसा और अलवर भी ठंडे रहे।