30 अगस्त को रक्षाबंधन है और बाजारों में इसकी रौनक अभी से दिखने लगी है. जयपुर में दुकानों पर नई राखियों की बिक्री शुरू हो गई है. जयपुर के राजापार्क इलाके में कई दुकानों के बाहर राखियां सजी हुई नजर आ रही हैं. इसके अलावा राखी की मिठाइयां और गिफ्ट आइटम भी बनने शुरू हो गए हैं।

पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं जयपुर की राखियाँ
जयपुर आभूषणों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। इसीलिए यहां की सोने और चांदी की राखियां पूरे देश में मशहूर हैं। ये राखियां लोग अपने हाथों से बनाते हैं. इसमें किसी मशीन का प्रयोग नहीं किया जाता है. जयपुर के बाजारों में राखियों की कीमत 5 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक है. इधर बदलते समय और फैशन के हिसाब से बाजार में राखियों की डिमांड है, बाजारों में इसी तरह की राखियां भी बनाई जाती हैं।

राखी गाय के गोबर से बनाई गई है
जयपुर के सांगानेर पिंजरापोल गौशाला में हर साल गाय के गोबर से जैविक तरीके से राखी बनाई जाती है। महिलाएं देशी नस्ल की गाय के गोबर से राखियां बनाती हैं। रक्षाबंधन पर भी इन राखियों की काफी डिमांड रहती है। जिसके कारण लोगों में गाय के प्रति सम्मान भी बना रहता है और इस त्योहार पर गाय को राखी भी बांधी जाती है।