पाना चाहते हैं Mohini Ekadashi व्रत का पूर्ण लाभ, तो रखें इन बातों का विशेष ध्यान !

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Posted On:Monday, May 9, 2022

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में व्रतों त्योहारों को विशेष माना जाता है इन व्रतों में सबसे श्रेष्ठ व्रत एकादशी व्रत को माना जाता है एकादशी का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है एकादशी व्रत में नियमों का विशेष पालन किया जाता है मान्यता है कि व्रत रखने से लेकर व्रत के पारण तक विशेष नियमों का पालन किया जाता है अगर इन पर ध्यान न दिया जाए तो एकादशी व्रत का पूर्ण पुण्य प्राप्त नहीं होता है, तो आज हम आपको मोहिनी एकादशी व्रत के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
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मोहिनी एकादशी का व्रत बहुत ही पवित्र व्रत है इस व्रत के दौरान विधि विधान और अनुशासन का बहुत महत्व है भगवान श्री विष्णु अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं इसलिए भगवान विष्णु को हरि भी कहा जाता है जो हर दुखों को हर लेता है यह व्रत व्यक्ति को मोक्ष और पापों से मुक्ति दिलाने वाला व्रत माना जाता है इसलिए यह सबसे अधिक रखा जाना वाला व्रत है संपूर्ण भारत में इस व्रत को रखने की परंपरा है महिलाएं इस व्रत को रखकर तिथि के समापन होने तक भगवान विष्णु की आराधना में लीन रहती है।
Mohini Ekadashi Date Parana Time Tithi Puja Muhurat And Importance | Mohini  Ekadashi: मोहिनी एकादशी व्रत का पूर्ण लाभ तभी मिलता है जब इन बातों का रखा  जाता है पूरा ध्यान

मोहिनी एकादशी 12 मई 2022 को है मोहिनी एकादशी की तिथि 11 मई को शाम में 7 बजकर 31 मिनट पर शुरू होकर 12 मई को शाम में 6 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगी। एकादशी के व्रत में व्रत का समापन बहुत ही महत्वपूर्ण होता है इसे पारण करते हैं यानी व्रत तोड़ने या खोलने का समय। मोहिनी एकादशी के पारण अगले दिन अर्थात 13 मई को करें।
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धार्मिक मान्यता है कि त्रयोदशी में एकादशी व्रत का पारण करना अशुभ फलदायी होता है व्रत खोलने का सही समय व्रत खोलने का सबसे अच्छा समय प्रात: काल को माना गया है। व्रत मध्याह्न के दौरान व्रत नहीं खोलना चाहए अगर किन्ही वजहों से सुबह के समय व्रत समाप्त नहीं कर पाएं है तो मध्याह्न के बाद पारण किया जा सकता है।

 


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