ज्योतिष के अनुसार जानिए कैसा रहेगा आज का दिन। आज शुक्रवार है और आज श्रवण शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज पूरे दिन के बाद अष्टमी तिथि 03:56 मिनट तक चलेगी। आज दोपहर 2.30 बजे तक शुभ योग रहेगा। साथ ही स्वाति नक्षत्र आज शाम 6 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा पाताल लोक का भाद्रा आज शाम 4:31 बजे तक रहेगा। आज दुर्गाष्टमी व्रत है। जानिए शुक्रवार का पंचांग, राहु काल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय-
विक्रम संवत - 2079, राक्षस:
शक संवत - 1944, शुभकृति
पूर्णिमांत - श्रावणि
अमंत - श्रावणि
आज की तारीख
शुक्ल पक्ष अष्टमी - अगस्त 05 05:06 पूर्वाह्न - 06 अगस्त 03:57 पूर्वाह्न
शुक्ल पक्ष नवमी - अगस्त 06 03:57 पूर्वाह्न - 07 अगस्त 02:11 पूर्वाह्न
आज का नक्षत्र
स्वाति - अगस्त 04 06:48 अपराह्न - अगस्त 05 06:37 अपराह्न
विशाखा - अगस्त 05 06:37 अपराह्न - अगस्त 06 05:51 अपराह्न
आज का करण
विष्टी - अगस्त 05 05:06 पूर्वाह्न - अगस्त 05 04:36 अपराह्न
बाव - अगस्त 05 04:36 अपराह्न - अगस्त 06 03:57 पूर्वाह्न
बलव - अगस्त 06 03:57 पूर्वाह्न - अगस्त 06 03:08 अपराह्न
योग आज
शुभ - अगस्त 04 04:34 अपराह्न - अगस्त 05 02:52 अपराह्न
शुक्ला - अगस्त 05 02:52 अपराह्न - अगस्त 06 12:42 अपराह्न
आज का सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:03 AM
सूर्यास्त - 7:02 अपराह्न
चंद्रोदय - अगस्त 05 12:31 अपराह्न
चंद्रास्त - अगस्त 05 11:58 अपराह्न
आज का शुभ मुहूर्त
राहु - 10:55 पूर्वाह्न - 12:32 अपराह्न
यम गंड - 3:47 अपराह्न - 5:25 अपराह्न
कुलिक - 7:40 पूर्वाह्न - 9:17 पूर्वाह्न
दुर्मुहूर्त - 08:39 पूर्वाह्न - 09:31 पूर्वाह्न, 12:58 अपराह्न - 01:50 अपराह्न
वर्गम - 12:03 पूर्वाह्न - 01:35 पूर्वाह्न
आज का शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त - 12:06 अपराह्न - 12:58 अपराह्न
अमृत काल - 09:53 AM - 11:28 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:26 पूर्वाह्न - 05:14 पूर्वाह्न
आज का दिशशूल- रविवार और शुक्रवार को पश्चिमी दिशा में दिशाशूल महसूस होता है। मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा अनुकूल नहीं है और गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा कष्टदायक होती है। दक्षिण दिशा की यात्रा के लिए सोमवार का दिन उत्तम माना गया है। पूर्व और दक्षिण दोनों दिशाओं में यात्रा करने के लिए मंगलवार का दिन शुभ होता है।
विशेष उपाय: शुक्रवार की रात अष्ट लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। उनके सामने धूप जलाएं और गुलाब के फूल चढ़ाएं। मां अष्ट लक्ष्मी को लाल माला अर्पित करना शुभ होता है। अगर आप पैसों की समस्या से जूझ रहे हैं तो शुक्रवार की रात 'ऐन ह्रीं श्री अष्टलक्ष्मीय्या ह्रीं सिद्धाय मामा घरे आगचगच्छ नमः स्वाहा' मंत्र का 108 बार जाप करें।