ज्योतिष न्यूज डेस्क !!! वैदिक कैलेंडर के अनुसार आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की सप्तमी और गुरुवार का दिन है। सप्तमी तिथि आज रात 9.23 बजे तक चलेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि होगी। आज जन्माष्टमी का पर्व है। भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को हुआ था। आइए जानते हैं आज का शुभ और अशुभ समय...
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्र समय
सूर्योदय - 05:51:32 पूर्वाह्न सूर्यास्त - 18:58:05 अपराह्न
चंद्रोदय - 23:03:59
चंद्रास्त - 12:00:58
आज की तिथि 18 अगस्त 2022
तिथि सप्तमी - 21:23:03 तक
नक्षत्र भरणी - 23:35:59 . तक
करण: विष्टी - 08:49:04 तक, बाव - 21:23:03 तक
पार्टी: कृष्णा
तिथि: गुरुवार
मास पूर्णिमा: भाद्रपदी
आज का समय अशुभ है
अशुभ मुहूर्त: 10:13:43 से 11:06:09, 15:28:20 से 16:20:47
कुलिक: 10:13:43 से 11:06:09
कंटक: 15:29:20 से 16:20:47
राहु काल: 14:04:08 से 15:41:27
कालवेला / अर्ध्य: 17:14:13 से 18:05:39
घंटे: 06:44:58 से 07:36:24
यमगंद: 05:52:32 से 07:29:51 . तक
गुलिक समय: 09:09:10 से 10:46:29
आज का शुभ मुहूर्त समय 18 अगस्त 2022
शुभ मुहूर्त / अशुभ मुहूर्त 18 अगस्त 2022 पंचांग: हिंदू धर्म में किसी भी धार्मिक और शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुल 30 मुहूर्त हैं जिनमें से 15 मुहूर्त शुभ और 15 अशुभ माने जाते हैं।
अभिजीत मुहूर्त: 11:59:00 से 12:51:00
विजय मुहूर्त: 14:36:00 से 15:28:00
सर्वार्थ सिद्धि योग: हाँ नहीं
जन्माष्टमी पूजा का शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी की मध्यरात्रि पूजा का विशेष महत्व है। वैदिक पंचांग के अनुसार निशिथ कल 18 अगस्त की रात 12:02 से 12:48 बजे तक रहेगा। यानी 46 मिनट तक का कुल समय निशिथ काल होगा। इस समय पूजा करने से दोहरा फल मिलता है।
दिशशूल : पंचांग के अनुसार गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशा देने वाला माना गया है. इसलिए इस दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। इस दिशा में यात्रा कर रहे हों तो दही या जीरा खाकर घर से निकलें।
आज का विशेष उपाय: आज का दिन बृहस्पति बृहस्पति और भगवान विष्णु से जुड़ा हुआ माना जाता है। इसलिए इस दिन गाय को हल्दी के आटे का आटा खिलाएं। साथ ही किसी गरीब व्यक्ति को पीली मिठाई का दान करें।