मुंबई, 01 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 9 साल पहले माफी देने और केस वापस लेने के मामले में श्री अकाल तख्त साहिब ने पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल को सजा सुनाई। उन्हें गोल्डन टेंपल में 2 दिन सेवा करनी होगी। इसी मामले में पंजाब के पूर्व CM स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल से 'फक्र ए कौम सम्मान' वापस लिया जाएगा। श्री अकाल तख्त के प्रमुख जत्थेदार रघबीर सिंह ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में यह सजा सुनाई। राम रहीम मामले में श्री अकाल तख्त में 5 सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें उन्हें और शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान अन्य कैबिनेट सदस्यों को धार्मिक दुराचार के आरोपों के लिए सजा सुनाई गई। इस मामले में 30 अगस्त 2024 को सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त ने 'तनखैया' (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया था। राम रहीम डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख हैं। उसे 2 शिष्याओं से बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा हुई है। फिलहाल वह हरियाणा की सुनरिया जेल में बंद है।
सुखबीर को श्री दरबार साहिब (गोल्डन टेंपल) के घंटाघर के बाहर ड्यूटी करनी होगी। इस दौरान उनके गले में तख्ती और हाथ में बरछा रहेगा। ये सजा उन्हें 2 दिन के लिए दी गई है। इसके बाद 2 दिन श्री केशगढ़ साहिब, 2 दिन श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो, 2 दिन श्री मुक्तसर साहिब और 2 दिन श्री फतेहगढ़ साहिब में सेवादारों वाला चोला पहनकर हाथ में बरछा लेकर ड्यूटी करेंगे। बादल चोट के चलते ये ड्यूटी वह व्हीलचेयर पर बैठ कर देंगे। जत्थेदार ने कहा कि सुखबीर इन साहिबों में ड्यूटी के बाद एक-एक घंटा लंगर घर में जाकर संगत के जूठे बर्तन साफ करेंगे। साथ ही एक घंटा बैठकर कीर्तन सुनना होगा और श्री सुखमणि साहिब का पाठ करना होगा। बाथरूम साफ करने की सजा से सुखबीर बादल को छूट मिली है, क्योंकि उनके पैर में फ्रैक्चर है।