मुंबई, 14 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने महाराष्ट्र के नागपुर में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के धर्मयुद्ध वाले बयान का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो नेता धर्म बचाने की बात कहे, उससे पूछिए कि ऐसा तो नहीं होगा न कि धर्म बचाने की जिम्मेदारी हमारी होगी और ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज में पढ़ने की जिम्मेदारी आपके बच्चों की होगी। अगर धर्म बचाना है तो सब मिलकर बचाएंगे। ऐसा तो नहीं होगा न कि हम धर्म बचाएंगे और डिप्टी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील्स बनाएंगीं।
दरअसल, फडणवीस ने 9 नवंबर को औरंगाबाद में कहा था कि राज्य में अब 'वोट जिहाद' शुरू हो गया है। अगर वे वोट जिहाद कर रहे हैं, तो हमें 'धर्म-युद्ध' के लिए तैयार रहना चाहिए। इस देश का नागरिक होने के नाते लोकतंत्र को बचाना हमारा धर्म है। जिस लोकतंत्र के चलते आज मैं यहां खड़े होकर भाषण दे रहा हूं, उसकी रक्षा करना मेरा धर्म है। अगर यह धार्मिक युद्ध है और धर्म की रक्षा दांव पर है, तो जो भी नेता आपके सामने धर्म बचाने की बात कहता है, उस नेता से एक सवाल पूछना चाहिए, एक्सक्यूज मी सर, आप धर्म बचाना चाहते हैं, बस एक बात बता दीजिए, इस धर्म बचाने की लड़ाई में आपके बेटा-बेटी भी हमारे साथ चलेंगे न? ऐसा तो नहीं होगा न कि धर्म बचाने की जिम्मेदारी हमारी और ऑक्सफोर्ड-कैम्ब्रिज में पढ़ने की जिम्मेदारी आपके बच्चों की। अगर धर्म बचाना है तो सब मिलकर बचाएंगे। ऐसा तो नहीं होगा न कि हम धर्म बचाएंगे और डिप्टी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील्स बनाएंगीं। यही बात मैंने भाजपा के एक दोस्त को हीं। मैंने कहा दोस्त धर्म बचाना है। तो चलो, नेताओं के बच्चे भी धर्म बचाएंगे। तो मेरा दोस्त बोला कि मोदी जी और योगी जी को बेटा-बेटी नहीं हैं।
मैंने कहा, भतीजा है न, वो चलेगा न हमारे साथ धर्म बचाने के लिए। हम इस होशियारी को समझने लगे हैं। बाबा साहेब अंबेडकर ने कहा संगठित हो, शिक्षित हो, संघर्ष करो। हमने आपका नमक खाया है, आपके टैक्स के पैसे से हमने पढ़ाई की है, आंख फोड़कर हमने पीएचडी की है। अब हमको ये सियासत समझ में आती है, ये खेल समझ में आता है। उनके बच्चे BCCI में IPL में टीम बना रहे हैं, और हमें Dream 11 पर टीम बनाने को कहा जा रहा है। क्रिकेटर बनने के सपना दिखा के जुआरी बना दिया है। अब हमें समझ में आ रहा है कि देश में चल क्या रहा है। चल ये रहा है कि हम भारत के लोग बहुत भावुक होते हैं, हमारी भावनाओं को भड़का के, हमारी भावनाओं का गलत इस्तेमाल करके हमसे हमारा अधिकार छीना जा रहा है।
वहीं, फडणवीस के धर्म युद्ध वाले बयान पर ओवैसी ने 10 नवंबर को छत्रपति संभाजीनगर में एक जनसभा में कहा, हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद किया और अब फडणवीस हमें जिहाद के बारे में सिखा रहे हैं। नरेंद्र मोदी, अमित शाह, और देवेंद्र फडणवीस मिलकर भी मुझसे बहस में जीत नहीं सकते। लोकतंत्र में 'वोट जिहाद और धर्मयुद्ध' की बातें कहां से आ गईं? आपने विधायकों को खरीदा, तो क्या हम आपको चोर कहें? यहां फडणवीस जिहाद की बात कर रहे हैं, जबकि उनके आदर्श अंग्रेजों को 'प्रेम पत्र' लिख रहे थे, जबकि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने विदेशी हुक्मरानों से कभी समझौता नहीं किया।