मुंबई, 13 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली दौरे के दौरान राहुल गांधी और केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी सांसदों को सोचना चाहिए कि हमारा अगला कदम क्या होगा, क्योंकि हमारे लोकतंत्र में इलेक्शन अब फेयर और निष्पक्ष नहीं रह गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने 10 साल में बहुत काम किए हैं, जिन्हें जनता जानती है। भाजपा को चुनाव आयोग का आशीर्वाद था, इसी वजह से दिल्ली में जीती है। उसे चुनाव आयोग का आभार करना चाहिए। दिल्ली में काफी जगह वोट काटे गए थे, चुनाव आयोग ने लोगों से वोट डालने का अधिकार छीना है।
आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और दिल्ली सहित कई राज्यों में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने लोगों के वोट देने के अधिकार को छीन लिया है और वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष इस मामले को औपचारिक रूप से उठाएगा। साथ ही ठाकरे ने जोर देकर कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देश के लिए जरूरी हैं। ठाकरे ने कहा कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बने रहते हैं। हमने केजरीवाल से दोस्ती के संकेत के तौर पर बैठक की। इसमें शिवसेना (UBT) संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद थे। मीटिंग में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव और विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के भविष्य पर चर्चा की।
हमें लगता है कि देश में अब लोकतंत्र नहीं रहा। केजरीवाल जी और कांग्रेस के साथ जो हुआ, वह भविष्य में नीतीश जी, आरजेडी और चंद्रबाबू जी नायडू के साथ भी हो सकता है। भारत गठबंधन का नेतृत्व संयुक्त है। कोई एक नेता नहीं है। यह अहंकार या किसी के लाभ की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश के भविष्य की लड़ाई है। शिंदे को सम्मानित किए जाने पर उद्धव ठाकरे गुट ने नाराजगी जताई। आदित्य ठाकरे ने कहा, जो लोग महाराष्ट्र विरोधी हैं, वे देश के भी विरोधी हैं। ऐसे लोगों को सम्मानित करना हमारी नीति के खिलाफ है। मैं शरद पवार की सोच से सहमत नहीं हूं।
दरअसल, NCP (शरद गुट) के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को दिल्ली में महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे को सम्मानित किया था। इस पर महाविकास अघाड़ी (MVA) में सहयोगी पार्टी शिवसेना (UBT) ने नाराजगी जताई। राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि शिंदे ने ही अमित शाह की मदद से शिवसेना को तोड़ा था। उनका सम्मान करना भाजपा नेता का सम्मान करने के जैसा है। जिसे हम महाराष्ट्र का दुश्मन समझते हैं उसे ऐसा सम्मान देना, महाराष्ट्र के गौरव पर आघात है। राउत ने कहा कि शरद पवार को इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए की सरकार गिरा दी थी। उन्होंने सवाल किया- क्या आप जानते हैं कि यह अवॉर्ड किसने दिया? राजनीतिक नेताओं को दिए जाने वाले ऐसे अवॉर्ड या तो खरीदे या बेचे जाते हैं।