पंजाब के बरनाला में पुलिस ने हत्या का खुलासा करने के आरोप में मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी और उनके एक दोस्त को गिरफ्तार किया है। शुरू में इसे दुर्घटना माना जा रहा था, लेकिन इस मामले में एक युवक शामिल था, जिसकी बीस दिन पहले कार में आग लगने से मौत हो गई थी। फोरेंसिक जांच में हत्या का संदेह होने के बाद पुलिस ने इसे संभावित हत्या के तौर पर जांचना शुरू किया। हत्या के रहस्य से पर्दा उठने के 20 दिन बाद उन्होंने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया।
16 जून को बरनाला के एक युवक हरचरण सिंह की कार में आग लगने से मौत हो गई। शुरू में पुलिस ने इसे दुर्घटना माना, लेकिन एसएसपी संदीप कुमार मलिक ने खुलासा किया कि मृतक हरचरण सिंह के आरोपी की पत्नी से संबंध थे। इसी के चलते दोनों ने उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची।
हत्या की साजिश का पर्दाफाश
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने मृतक के गले में रस्सी बांधकर उसका गला घोंटा, उसके चेहरे और नाक पर धुआं उड़ाकर उसे बेहोश करने के लिए मच्छर भगाने वाली कॉइल का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने कार में पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया और मौके से फरार हो गए। इस मामले में पुलिस ने हरचरण सिंह की पत्नी सुखजीत कौर, उसके प्रेमी हरदीप सिंह और उनके साथी सुधदीप सिंह को गिरफ्तार किया है। तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, जबकि मृतक के परिजनों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
एसएसपी बरनाला संदीप कुमार मलिक ने बताया कि 16 जून की दोपहर को पुलिस को सूचना मिली कि एक ऑल्टो कार में आग लग गई है, जिसमें कार सवार की जलने से मौत हो गई है। मृतक की पहचान हरचरण सिंह के रूप में हुई है। शुरुआत में घटना को हादसा माना गया। हालांकि, जब पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पर जांच की तो घटना को लेकर संदेह पैदा हो गया।
जानलेवा साजिश का चौंकाने वाला खुलासा
सुखजीत कौर अपने साथी बठिंडा निवासी सुखदीप सिंह और अपने एक अन्य दोस्त के साथ मिलकर अपने पति हरचरण सिंह की हत्या में शामिल थी। इस घटना में उनका एक अन्य दोस्त हरदीप सिंह भी मौजूद था। आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें मृतक हरचरण सिंह और आरोपी सुखदीप सिंह की पत्नी सुखवीर कौर के बीच संबंधों के बारे में पता था और वह उनके बीच झगड़े में हस्तक्षेप करता था, जिससे उनके बीच विवाद होता था।
घटना वाले दिन सुखवीर कौर, हरदीप सिंह और उनके साथी ने हरचरण सिंह को झांसे में लेकर अपने साथ ले गए। इसके बाद उन्होंने उसके गले में रस्सी बांधी और बेहोश करने के लिए उसके मुंह और नाक पर क्लोरोफॉर्म में भिगोया हुआ कपड़ा लगाया। इसके बाद उन्होंने सामूहिक रूप से कार में पेट्रोल डाला और आग लगा दी।
संदिग्ध मौत ने चिंता बढ़ाई
पूर्व ग्राम पार्षद गुरदीप सिंह ने खुलासा किया कि हरचरण सिंह का शव बुरी तरह जला हुआ था। गांव वालों और रिश्तेदारों ने खुद ही जांच की और आस-पास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। सीसीटीवी फुटेज देखने पर हमारा शक और मजबूत हुआ कि यह हादसा नहीं बल्कि हत्या है। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि कुछ साल पहले सुखजीत कौर की सास की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। अब हरचरण सिंह की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। हम मांग करते हैं कि दोषियों को फांसी की सजा दी जाए, क्योंकि मृतक अपने पीछे दो छोटे बच्चे छोड़ गया है।