Aaj Kyu Khas News Desk !!! मोहब्बत वाले दिन यानी वेलेन्टाइन डे पर बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेसेस में शामिल मधुबाला का जन्म हुआ था, लेकिन मधुबाला ताउम्र सच्चे प्यार के लिए तरसती रही थीं। मधुबाला की आज 89वीं बर्थ एनिवर्सरी है । आपको बता दें कि, मधुबाला का जन्म 14 फरवरी, 1933 को दिल्ली में एक पश्तून मुस्लिम परिवार में हुआ, मधुबाला के बचपन का नाम मुमताज जहां देहलवी था और उनके पिता का नाम अताउल्लाह और माता का नाम आयशा बेगम था ।

बताया जाता है कि, मुधबाला के 10 भाई- बहन थे और अपनी पांच बहनों में वो सबसे ज्यादा कमाती थीं । आपको बता दें कि, इन्होंने फिल्मों में एंट्री एक बाल कलाकार के रूप में की थी और वो फिल्म थी साल 1942 की बसंत । उस वक्त उनकी उम्र सिर्फ 9 साल थी, लेकिन बतौर अभिनेत्री उन्होंने 1947 में ‘नीलकमल’ में काम किया, जिसे फिल्ममेकर केदार शर्मा ने बनाई थी । घर की जिम्मेदारी उठाने के लिए उन्होंने कम उम्र से ही काम करना शुरू कर दिया था। दिलचस्प बात ये है कि मधुबाला की दोस्ती उस दौर की दूसरी प्रसिद्ध बाल कलाकार बेबी महजबीं से हो गई। बता दें कि बेबी मेहजबीं और कोई नहीं बल्कि मीना कुमारी ही थीं ।

बता दें कि, 1951 में फिल्म तराना के सेट पर मधुबाला और दिलीप कुमार की मुलाकात हुई। और दोनों में प्यार हो गया। मधुबाला की बहन की मानें तो दिलीप कुमार से उनका रिश्ता बी. आर. चोपड़ा की फिल्म ‘नया दौर’ के वजह से टूटा न कि उनके पिता अताउल्लाह खान की जिद से । इस फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग कर चुकी मधुबाला को मेकर्स ने बाकी शूटिंग के लिए ग्वालियर भेजना चाहा मगर वो इलाका डकैतों का था जिसके कारण उनके पिता ने मेकर्स से लोकेशन चेंज करने का आग्रह किया, जिसके लिए वे राजी नहीं हुए और तब उनके पिता ने मधुबाला को फिल्म छोड़ने और मेकर्स के पैसे लौटाने के लिए कहा ।

इस दौरान दिलीप कुमार की सगाई मधुबाला से हो चुकी थी, इस लिहाज से चोपड़ा ने दिलीप को मधुबाला से बात करने के लिए भेजा हालांकि, दिलीप साहब से मधुबाला को खूब समझाया, लेकिन वे पिता के खिलाफ जाने के लिए राजी नहीं हुई । फिर चोपड़ा प्रोडक्शन ने मधुबाला के खिलाफ केस फाइल किया, जो लगभग एक साल तक चला, इसी बीच दोनों के रिश्ते में दरार आ गई जिसके बाद दिलीप साहब ने उनके सामने फिल्में छोड़, शादी करने का प्रस्ताव रखा । जिसके बाद मधुबाला ने कहा कि वे तभी शादी करेंगी जब दिलीप उनके पिता से माफी मांगे मगर दिलीप साहब ने इस बात से इनकार कर दिया और आखिरकार दोनों अलग हो गए ।

बता दें कि, मधुबाला के ना सिर्फ दिल में छेद था बल्कि फेफड़ों में भी परेशानी थी, इसके अलावा उन्हें एक और गंभीर बीमारी थी जिसमें उनके शरीर में आवश्यक मात्रा से ज्यादा खून बनने लगता था और ये खून उनकी नाक और मुंह से बाहर आता था । ये खून तब तक निकलता रहता जब तक कि उसे शरीर से न निकाल दिया जाए । मधुबाला जी की हालत इतनी खराब हो गई थी कि डॉक्टर रोज घर आते और मधुबाला के शरीर से कई बोतल खून निकालकर ले जाते ताकि खून निकलना बंद हो जाए, जिसके कारण दिनों दिन मधुबाला की हालत गिरती गई और आखिरकार मधुबाला अपने आखिरी दिनों में सिर्फ हड्डियों का ढांचा रह गई और आखिर एक दिन उन्होंने इस शरीर को छोड दिया और तारों की दुनिया में चली गई ।
Posted On:Monday, February 14, 2022